अस्सलामू आलेकुम मेरे भाई बहनों आज हम इस पोस्ट में kabristan jaane ki Dua हिंदी इंग्लिश और अरबी में तर्जुमा के साथ सीखेंगे
Kabristan jaane ki Dua in Arabic
اَلسَّلَامُ عَلَيْكُمْ يَا اَهْلَ الْقُبُوْرِ ، يَغْفِرُ اللّٰهُ لَنَا وَلَكُمْ اَنْتُمْ سَلَفُنَا وَنَحْنُ بِالْاَثَرِ
ترجمہ اردو میں: یہ قبر والوں تم پر سلامتی ہو اللہ ہمیں اور تمہیں معاف کرے تم پہلے پہنچے ہو اور ہم پیچھے پہنچنے والے ہیں

kabristan jaane ki Dua in Hindi
अस्सलामू आलेकुम या अहलल कुबूर यगफिरुल्लाहु लाना वालाकुम अंतुम साला फुना वा नहनू बिल असर
तर्जुमा हिंदी में : यह कब्र वालों तुम पर सलामती हो अल्लाह हमें और तुम्हें माफ करे तुम पहले पहुंचे हो और हम पीछे पहुंचने वाले हैं

kabristan jaane ki Dua in English
assalamu alaikum ya ahLal quboor ygfirullahu Lana walakum antum salafuna wa nahnu bil asar
tarjuma in English : ye kabar walon Tum per salamati Ho Allah hamen aur tumhen maaf Karen Tum pahle pahunche ho aur ham piche pahunchne Wale Hain

Kabristan jaane ki Dua ki Hakikat
हज़रत इब्ने अब्बास रजी याल्लाहु अन्हू ने फरमाया नबी करीम ﷺ मदीना के कब्र से गुजरे और अपना चेहरा कब्र की तरफ किया फिर यह पढ़ा ( कब्रिस्तान जाने की दुआ जो ऊपर हमने पढ़ा है ) (ترمزي شريف)
kabristan jaane ki dusri Dua in Hindi English and Arabi
- َاَلسَّلَامُ عَلَيْكُمْ دَارَ قَوْمٍ مُؤْمِنِيْنَ وَاِنَّا اِنْ شَٓاءَ اللّٰهُ بِكُْم لَا حِقُوْن
- Assalamu alaikum dara qaumin muminina wa inna lillah Allahu bikum la hiqun
- अस्सलामू आलेकुम दारा कौमिन मुमिनीना व इन्ना इंशाल्लाह बिकुम ला हीकून
kabristan jaane ki Dua kab padhe
कब्रिस्तान जाने की दुआ उस वक्त पढ़ना चाहिए जब आप कब्रिस्तान के पास गुजरे या कब्रिस्तान में दाखिल हों
कब्रिस्तान जाने की दुआ पढ़ने के फायदे
हमारे नबी ﷺ हमें हर मौके पर एक सही रास्ता बताया है और जब हम कब्रिस्तान जाएं तो उस वक्त भी एक प्यारी सी दुआ हमें सिखाए हैं
उस दुआ के अंदर हम अल्लाह ताला से कबर वालों पर सलामती मांगते हैं और अपने लिए और कब्र वालों के लिए मगफिरत चाहते हैं
और हम कबर वालों को यह कहते हैं कि आप पहले चले गए हैं एक दिन ऐसा आएगा कि उस दिन हमें भी जाना होगा यह सब बातें हम कब्रिस्तान जाने की दुआ में मांगते हैं
कब्रिस्तान जाने के आदाब
- जब आप कब्रिस्तान जाए तो दाहिना पैर पहले दाखिल करें
- कब्रिस्तान में खामोश रहे
- फुजूल बातें ना करें
- कब्रिस्तान में हंसे नहीं
- कब्रिस्तान में दाखिल होने से पहले जूता चप्पल पहले उतार लें
- नापा की की हालात में ना जाए तो बेहतर है
- कब्रिस्तान जाने की दुआ पढ़ें
- कुरान शरीफ की आयतें पढ़ कर कब्र वालों के लिए दुआ करें
- कब्रिस्तान में शोरगुल ना मचाए
FAQ
कब्रिस्तान पर जाने की दुआ क्या है ?
कब्रिस्तान जाने की दुआ हमने अभी ऊपर सीखा है उसी दुआ को कब्रिस्तान जाने पर पढ़ेंगे
कबर पर जाने पर क्या दुआ करनी चाहिए ?
कबर पर आप जब जाए तो आप कबर वालों के लिए बख्शीस की दुआ करें
कब्रिस्तान में सलाम कैसे करते हैं ?
कब्रिस्तान में सलाम अस्सलामू आलेकुम कहकर करते हैं
क्या रात में कब्रिस्तान जाना हराम है ?
कब्रिस्तान जाने के लिए कोई वक्त मुकर्रर नहीं है जब चाहे आप जा सकते हैं दिन हो या रात
मरहूम के लिए कैसे दुआ करें ?
कुरान की कोई सी भी सूरह पढ़ें जैसे सूरह यासीन सूरह मुल्क सूरह रहमान या कुरान की 114 सूरह में से कोई सी सुरह पढ़ कर अल्लाह से दुआ करें कि अल्लाह उनको माफ कर दें
आखिरी बातें
आज हमने इस पोस्ट में कब्रिस्तान जाने की दुआ को सिखा है इंग्लिश अरबी और हिंदी में अगर आपने इस पोस्ट को पूरा पढ़ लिया है तो उम्मीद है कि आप यह दुआ सीख गए होंगे
सीखने के साथ साथ आप इस दुआ को कब्रिस्तान जाते वक्त जरूर पढ़ें और जिन मुसलमान भाई को यह दुआ नहीं आता है
आप उनको जरूर सिखाएं अगर सिखा नहीं सकते हैं तो कम से कम उन तक यह पोस्ट एक बार जरूर भेज दे और दुआ में हमें भी याद रखें
और दुआ सीखने के लिए यह सारे पोस्ट भी पढ़ें
Taraweeh ki Dua :in Arabic, hindi, english with translate , तरावीह की दुआ