अस्सलामू आलेकुम मेरी मां बहनों आज हम इस पोस्ट में aurat ka wazu Karne Ka Tarika सीखेंगे स्टेप बाय स्टेप
aurat ka wazu Karne Ka Tarika
वजू हर मुसलमान के लिए करना जरूरी है चाहे मर्द हो या औरत हो बच्चा हो या बूढ़ा हो नमाज पढ़ने के लिए या कुरान को देख कर पढ़ने के लिए या जनाजे की नमाज पढ़ने के लिए या सजदा तिलावत करने के लिए वजू करना जरूरी है
वजू के बगैर नमाज नहीं होगी वजू के बगैर कुरान को देखकर यानी छूकर पढ़ने से गुना होगा वजू के बगैर सजदे तिलावत भी नहीं होगी
यानी इन सब कामों के लिए वजू करना जरूरी है लेकिन क्या मर्द के लिए अलग वजू है और औरत और बच्ची के लिए अलग वजू है
इसका जवाब है नहीं इन सबके लिए चाहे मर्द हो या औरत सबके लिए एक ही वजू करने का तरीका शरीयत ने बताया है जो हम अभी स्टेप बाय स्टेप वजू करने का सही तरीका सीखेंगे

Wazu karne ka sahi tarika
वजू करने का तरीका ये है सबसे पहले आप बिस्मिल्लाह पढ़े उसके बाद तीन बार गट्टू तक दोनों हाथ धोएं उसके बाद तीन बार कुल्ली करें और तीन बार नाक की नरम हड्डी तक पानी पहुंचाएं
फिर उस के बाद तीन बार पूरा चेहरा धोएं पेशानी के बालों से थोड़ी के नीचे तक और एक कान की लो से दूसरे कान की लो तक पूरा चेहरा धोएं फिर तीन बार कोहनियों समेत दोनों हाथों को धोएं
फिर एक बार सर का मसाह करें फिर तीन बार दोनों पांव टखनों समेत धोएं यह है वजू करने का सही तरीका
सर का मसाह करने का तरीका
सबसे पहले दोनों हाथ की चार चार उंगली सर के शुरू के हिस्से में रख कर पीछे की तरफ गर्दन तक ले जाए फिर पीछे से हाथ के दोनों हथेली को मिलकर कर सर के आगे की तरफ ले आएं
लेकिन उंगलियां इसमें शामिल न करें फिर दोनों कानों में उंगली डालकर कान की बनावट की तरह घुमाए फिर दोनों हाथ के पीछे के हिस्से से गर्दन का मसाह करें
wazu me kitne sunnat hai
वजू में 13 सुन्नत है सुन्नत वह काम है जिनके बगैर वजू हो जाता है लेकिन सवाब पूरा नहीं मिलता जब भी आप वजू करें तो सुन्नत को कभी ना छोड़े
- वजू की 13 सुन्नतें
- नियत करना
- बिस्मिल्लाह पढ़ना
- पहले दोनों हाथ तीन बार गट्ठों तक धोना
- मिस्वाक करना
- तीन बार कुल्ली करना
- तीन बार नाक में पानी डालना
- दाढ़ी का खिलाल करना
- हाथ पांव की उंगलियों का खिलाल करना
- वजू के हर बॉडी को तीन बार धोना
- एक बार पूरा सर का मसाह करना
- दोनों कानों का मसाह करना
- तरतीब से वजू करना ( जिसको पहले धोना चाहिए उसे पहले धोए जिसको बाद में धोना चाहिए उसे बाद में धोए)
- लगातार आजा को धोना यानी वजू के एक हिस्से को धोने के बाद फौरन दूसरा हिस्सा धोले
Wazu me kitne farz hai
वजू में चार फर्ज है फर्ज कहते हैं उस काम को जिसके बगैर वजू नहीं होता है
- वजू में 4 फर्ज है
- पेशानी के बालों से थोड़ी के नीचे तक और एक कान की लो से दूसरे कान की लो तक पूरा चेहरा धोना
- दोनों हाथ कोहनियों समेत धोना
- चौथाई सर का मसाह करना यानी सर का 4 हिस्सा किया जाए अगर एक हिस्सा पर भी मसाह कर ले तो फर्जीयत अदा हो जाएगा
- दोनों पांव टखनों समेत धोना

wazu me kitne mustahab hai
वजू में पांच चीज मुस्तहब है मुस्तहब कहते हैं उस काम को जिसके करने से सवाब ज्यादा मिलता है
- वजू में 5 मुस्तहब है
- दाएं तरफ से वजू शुरू करना
- गर्दन का मसाह करना
- वजू के काम खुद करना दूसरे से मदद न लेना
- काबा की तरफ रुख करके बैठना
- पाक और ऊंची जगह पर वजू करना
Wazu me kitne makruh hai
वजू में चार चीज मकरूह है मकरूह कहते हैं उस काम को जिसके करने सवाब में कमी आजाती है
- वजू में 4 चीज मकरूह है
- नापाक जगह पर बैठकर वजू करना
- बाएं हाथ से नाक साफ करना
- वजू करने में दुनिया की बातें करना
- सुन्नत के खिलाफ वजू करना
FAQ
वज़ू कितना समय लेना चाहिए?
जब भी आप नमाज या कुरान पढ़ना चाहें तो वजू करें अगर आपको पहले से वजू है तो फिर वजू न करें
क्या हम खड़े होकर वजू कर सकते हैं?
खड़े होकर वजू कर सकते हैं लेकिन बैठकर वजू करना ज्यादा अच्छी बात है
वजू में कितनी बार पैर धोना चहिए ?
वजू में तीन बार पैर धोना चहिए एक बार पैर धोना फर्ज है और तीन बार पैर धोना सुन्नत है
conclusion (आखरी और अहम बात )
आज हमने इस पोस्ट में aurat ka wazu Karne Ka Tarika सीखा है और हमने यह भी जान लिया है कि मर्द और औरत के वजू में क्या-क्या फर्क है और क्या नहीं
अगर आपने इस पोस्ट को मुकम्मल पढ़ लिया है तो उम्मीद है कि आप सारी बातों को जान गए होंगे फिर भी अगर आपके मन में कोई सवाल हो तो आप हमें कमेंट करके पूछ सकते हैं
अगर आपको यह पोस्ट अच्छा लगा हो तो एक बार सवाब की नियत से दूसरों तक जरूर शेयर कर दें और हमें भी अपनी दुआ में याद रखें
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