आज हम इस पोस्ट में 6 दरूद शरीफ हिंदी में( darood sharif in Hindi ) सीखेंगे और दरूद शरीफ पढ़ने के फायदे को भी जानेंगे
1 दरूद शरीफ हिंदी में (darood Sharif in Hindi)
अल्लाहुम्मा सल्ली आला मुहम्मद व अला आली मुहम्मद व अंजलि हुल मक आदल मुकररबा इन्दक
इस दरूद शरीफ के पढ़ने के फायदे : हमारे नबी करीम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने इरशाद फरमाया जो आदमी इस दरूद शरीफ को पढ़े मेरी शिफ़ाअत उस पर वाजिब और जरूरी है (तिबरानी)

2 दरूद शरीफ हिंदी में (darood Sharif in Hindi)
अल्लाहुम्मा सल्ली अला मुहम्मद अब्दिका वरासुलिका व सल्ली अलल मुमिना वल मुमीनात वल मुस्लिमिना वल मुस्लिमात
इस दरूद शरीफ के पढ़ने के फायदे : हजरत अबू सईद खुदरी रजी याल्लाहु अन्ह से रिवायत है कि आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फरमाया
जिस आदमी के पास है खैरात करने को माल ना हो वह अपनी दुआ में इस दरूद शरीफ को पढ़े तो उसके लिए बाईसे तज किया होगा

3 दरूद शरीफ हिंदी में (darood Sharif in Hindi)
अल्लाहुम्मा सल्ली आला मुहम्मदी निन नबियि व अजवाज़िही उम्महातिल मुमीनी ना व ज़ुर्रियातिही व अहली बैतिही कमा सल्लाइता अला इब्राहिमा इन्ना का हमीदुम मजीद (अबू दाऊद शरीफ)
इस दरूद शरीफ के पढ़ने के फायदे : हजरत अबू हुरैरा राजी याल्लाहू अन्ह फरमाते हैं कि आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फरमाया
जिस व्यक्ति को यह बात पसंद हो कि हमारे घराने वालों पर दरूद शरीफ पढ़ते वक्त सवाब का पूरा पैमाना ले तो वह यह दरूद शरीफ पढ़ें

4 दरूद शरीफ हिंदी में
अल्लाहुम्मा सल्ली आला मुहम्मद व अला आली मुहम्मद कमा सल्लाइता अला इब्राहिमा व अला आली इब्राहिमा व बारीक आला मुहम्मद व अला आली मुहम्मद कमा बा रकता अला इब्राहिमा, व ताराहहम अला मुहम्मद व अला आली मुहम्मद कमा ताराह्हमता अला इब्राहिमा व अला आली इब्राहिम (سعايه)
इस दरूद शरीफ के पढ़ने के फायदे : हजरत अबू हुरैरा रज़ी याल्लाहु अन्हू फरमाते हैं आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने इरशाद फरमाया जो शख्स यह दरूद शरीफ पढ़े कियामत के दिन में उसके लए गवाही दूंगा और शिफ़ाअत करूंगा

5 दरूद शरीफ हिंदी में
अल्लाहुम्मा सल्ली आला मुहम्मद अब्दिका वारासुलिकन नबीयील उम्मियी व अला आली मुहम्मद, अल्लाहुम्मा सल्ली आला मुहम्मद व अला आली मुहम्मद सालातन ताकूनु लका रीजन व लहू जजा अन वली हक्कीही अदा अन व आतिही अल वासीलता वल फाजिलाता
वल मकामल महमूदा अल्लाजी व आत्तहु वज्जी ही अन्ना मा हुआ आहलूहु वज्जी ही अफजला मा जा जयता नबियान अन क़ौमीही व रसूलान अन उम्मतिही व सल्ली आला ज़मी यील इख्वानी ही मीनन नबियिना वास्सा लिहिना या अरहमर राहीमिन
इस दरूद शरीफ के पढ़ने की फजीलत : अबी इब्ने आसिम राजी याल्लाहू अन्ह फरमाते हैं कि जनाबे रासु लुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फरमाया कि जो कोई 7 जुम्मे तक हर जुम्मा को 7 बार इस दरूद शरीफ को पढ़े वाजिब हो उसके लिए शिफ़ाअत मेरी (बुखारी शरीफ)

6 दरूद ए इब्राहिम हिंदी में
अल्लाहुम्मा सल्ली आला मुहम्मद व अला आली मुहम्मद कमा सल्लाइता अला इब्राहिमा व अला आली इब्राहिमा इन्ना का हमीदुम मजीद, अल्लाहुम्मा बारीक आला मुहम्मद व अला आली मुहम्मद कमा बा रकता अला इब्राहिमा व अला आली इब्राहिमा इन्ना का हमीदुम मजीद
दरूद ए इब्राहिम पढ़ने की फजीलत : दरूदे इब्राहिम सबसे अफजल दरूद है क्योंकि ये दरूद शरीफ को नमाज के अंदर पढ़ी जाती है
और एक सहाबी अब्दुर रहमान बिन अबि लैला आप अलैहिस सलाम से अर्ज करते हैं कि आप पर कैसे दरूद पढ़ें तो आप अलैहिस सलाम दरूद ए इब्राहिम सिखाते हैं

दरूद शरीफ पढ़ने के फायदे
अब्दुल्लाह बिन मसूद से रिवायत है आप सल्लल्लाहु अलेही वसल्लम ने फरमाया कि कयामत के दिन लोगों सब से ज्यादा मुझे करीब वह लोग होंगे जो मुझ पर कसरत से दरूद पढ़ते होंगे
दूसरी हदीस में है आप अलैहिस सलाम ने फरमाया जो मुझ पर एक बार दरूद भेजे गा अल्लाह उस पर 10 रहमत नाजिल फरमाएंगे (मुस्लिम शरीफ )
- दरूद शरीफ पढ़ने और बहुत सारे फायदे हैं
- दरूद शरीफ पढ़ने से गुना माफ होता है
- दरजा बुलंद होते हैं
- आपकी शफ़ाआत नसीब होगा
- दरूद पढ़ने वाले पर रहमत उतरती है
FAQ
नमाज में कौन सी दरूद पढ़ी जाती है?
नमाज में दरूद ए इब्राहिम पढ़ी जाती है
कितने दरूद शरीफ हैं?
बहुत ज्यादा दरूद शरीफ हैं जो भी दरूद शरीफ पढ़ेंगे आपको सवाब मिलेगा
दरूद का मतलब क्या है?
दरूद का अर्थ रहमत के हैं
Conclusion
आज हमने इस पोस्ट में कुछ अहम दरूद शरीफ सीखा और उनके फायदे को भी जाना दरूद शरीफ हर मुसलमान को ज्यादा से ज्यादा बार पढ़ना चहिए अगर आप दरूद शरीफ पढ़ना सीख गए हैं
तो आप खुद पढ़ें और जिसे नहीं आता है उसे भी सिखाए और एक बार जरूर उन तक यह पोस्ट शेयर कर दें ताकि वह इस पैगाम के जरिए दरूद शरीफ सीख लें और दुआ में हमें भी याद रखें
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