अस्सलामू आलेकुम मेरे भाई बहनों आज हम इस पोस्ट में shabe barat 2025 में कब है जानेंगे और शबे बरात के तीन कामों को भी जानेंगे
शबे बारात 2025 -shabe barat 2025
हम मुसलमान जिस तरह रमजान के आने का इंतजार करते हैं कुर्बानी के आने का इंतजार करते हैं शबे कादर के आने का इंतजार करते हैं दसवीं मोहर्रम के आने का इंतजार करते हैं
और ईद उल फितर के आने का इंतजार करते हैं बिल्कुल इसी तरह हम मुसलमान शबे बरात के आने का भी इंतजार करते हैं क्योंकि इस रात में अल्लाह लोगों की मगफिरत फरमाते हैं
इसलिए हम शबे बरात का बेसब्री से इंतजार करते हैं और इस साल 2025 में शबे बरात 13 फरवरी की रात में है

पहली बार शबे बरात का पता कब चला
हम तमाम मुसलमानों की मां हजरत आयशा रजी याल्लाहु अनहा ने आप ﷺ को अपनी बिस्तर पर नहीं पाया आपकी तलाश में निकली तो आपको जन्नतुल बकी में पाया
आप ﷺ ने हजरत आयशा रजी याल्लाहु अनहा को फरमाया कि अल्लाह 15 वीं शाबान की रात में पहले आसमान पर जलवा गर फरमाते हैं और कबीला बनी कल्ब के बकरियों की बाल से भी ज्यादा लोगों की इस रात मगफिरत फरमाते हैं
इस हदीस से हमें पता चलता है की शबे बारात की खोज पहली बार मदीना में हुई जब आप ﷺ ने हज़रत आयशा रजी याल्लाहु अनहा को यह हदीस सुनाएं
shabe barat 2025 me kaise manaye
शबे बरात मनाने के लिए आपको तीन काम करना होगा जो हमें हदीस और सहाबा ए किराम और बुजुर्ग गाने दिन के अमल से मिलता है अगर हम इन तीन काम को करते हैं तो हमारा शबे बरात मानना सही होगा वरना नहीं
1. कब्रिस्तान जाकर मुर्दों के लिए बक्शीश की दुआ करना आप ﷺ पूरी जिंदगी में एक बार 15 वी शाबान की रात में कब्रिस्तान गए थे
अगर आप पूरी जिंदगी में एक बार सुन्नत की नियत से कब्रिस्तान जाकर दुआ एं मगफिरत करते हैं तो यह तरीका दुरुस्त और ठीक है
लेकिन हर 15 वीं शाबान को कब्रिस्तान जाना और जाकर चढ़ावे चढ़ता अगरबत्ती मोमबत्ती जलाना यह सुन्नत तरीका नहीं है ऐसा करने से आपको सवाब नहीं मिलेगा
2. दूसरा काम यह है कि इस रात में नफिल नमाज़ पढ़े कुरान की तिलावत करें और अल्लाह की जिक्र करें और एक बात याद रखें की नफिल इबादत ऐसी होती है
जो तन्हाई और अकेले में की जाती है इससे अल्लाह का कुर्ब हासिल होता है और शबे बरात की इबादत भी नाफिल इबादत है इसलिए इस रात में में हम तन्हाई में अकेले में इबादत करें मजलिस लगाकर शोर गुल करना यह सुन्नत तरीका नहीं है
3. शबे बरात के दिन में रोजा रखना यानी 14 शाबान को रोजा रखना इस नियत से रोजा रखें कि हमारे नबी ﷺ हर महीना के 13-14 और 15 तारीख को रोजा रखा करते थे
इसको आयाम ए बीज (ايام بىض) कहते हैं अगर इस नियत से आप शबे बरात के दन में रोजा रखेंगे तो सवाब मिलेगा
यह तीनों काम करके आप सही शबे बरात मनाए और खूब सारा सवाब हासिल करें और गलत तरीकों से बचें
FAQ
सन 2025 में शुभ रात कब है ?
2025 में शुभ रात 13 फरवरी की रात में है
शबे बरात कब मनाई जाती है?
शबे बारात 15 शाबान की रात में बनाई जाती है ?
शबे बरात का रोजा कितनी तारीख को है?
शबे बरात का रोजा 2025 में 13 तारीख को है
आखरी बात
आज हमने इस पोस्ट में shabe barat 2025 में कब है इसको जाना है और शबे बरात में कितने काम करना चाहिए उसको भी जाना है
अगर आप हकीकत में सुन्नत पर अमल करना चाहते हैं और हमारे नबी की बातों पर चलना चाहते हैं तो यह तीन काम आप जरूर करें
और इस पोस्ट को सवाब की नियत से एक बार जरूर दूसरों तक शेयर करें ताकि वह भी सुन्नत के मुताबिक शबे बरात माना सकें
ये पोस्ट भी पढ़ें
salatul tasbeeh namaz ka tarika -सलातुल तस्बीह नमाज का तरीका
naya saal ki Dua – नया साल की दुआ हिंदी इंग्लिश अरबी में सीखें