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Taraweeh ki Dua

Taraweeh ki Dua :in Arabic, hindi, english with translate , तरावीह की दुआ

आज हम इस पोस्ट में taraweeh ki Dua हिंदी इंग्लिश और अरबी में तर्जुमा के साथ सीखेंगे

taraweeh ki Dua in Arabic

ترجمہ: پاک ہے وہ اللہ جو ملک اور بادشاہت والا ہے پاک ہے وہ اللہ جو عزت عظمت ہے بت اور قدرت اور بڑائی اور سطوت والا ہے

پاک ہے وہ اللہ جو بادشاہ ہے جو زندہ رہنے والا ہے اس کے لیے نہ نیند ہے نہ موت ہے بے انتہا پاک ہے بے انتہا مقدس ہے

ہمارا پروردگار فرشتوں اور روح کا پروردگار ہے اے اللہ مجھے اگ سے بچا یہ بچانے والے یہ بچانے والے یہ بچانے والے

Taraweeh ki Dua
Taraweeh ki Dua in Arabic

taraweeh ki Dua in Hindi

सुब्हाना जिल मुल्की वल माला कुती सुब्हाना जिल इज्जती वल आजा माती वल हाइब्ती वल कुदरती वल किबरियाई वल जाबारूत ,

सुब्हानल मलिकिल हाय एल लाजी ला यानामु वाला यमुतु सुब्बुहुन क़ुद्दुसुन रब्बुना व रब्बुल मलाइकाती वर रूह अल्लाहुम्मा अज़ीरना मिनन्नार या मुज़ीरू या मुज़िरु या मुज़िरु

तर्जुमा हिंदी में : पाक है वह अल्लाह जो मुल्क और बादशाहत वाला है पाक है वह अल्लाह जो इज्जत अजमत हाइब्त और कुदरत और बढ़ाई और सतवत वाला है

पाक है वह अल्लाह जो बादशाह है जो जिंदा रहने वाला है उसके लिए ना नींद है ना मौत है बे इंतेहा पाक है बे इंतेहा मुकद्दस है

हमारा परवरदिगार फरिश्तों और रूह का परवरदिगार है या अल्लाह मुझे आग से बच्चा ये बचाने वाले ये बचाने वाले ये बचाने वले

Taraweeh ki Dua
Taraweeh ki Dua in Hindi

Taraweeh ki Dua in English

Subhana zil Mulki wal Mala kuti ,subhana zil izzati wal azamati wal haibati wal qudrati wal kibriyayi wal jabarut,

subhanal malikil hai yil lazi La Yana mu Wala ya mutu subbuhun quddoosun rabbuna wa rabbul malaaikati war ruh allahumma ajir na minannar ya mujiru ya mujiru ya mujiru

tarjuma :pak hai vah Allah Jo mulk aur Badsha hath wala hai Pak Hai vah Allah Jo jo izzat azmat Kudrat aur barai aur satwat wala hai

Pak Hai vah Allah Jo Jinda Rahane wala hai uske liye na nind hai na maut hai Be inteha Pak Hai Be inteha mukaddas hai

hamara parvardigaar farishton aur ruh ka parvardigaar hai ya Allah mujhe Aag se bacha ye bachane wale ye bachane wale ye bachane wale

Taraweeh ki Dua
Taraweeh ki Dua in English

Taraweeh ki Dua kab padhe

हम मुसलमान के लिए रमजान एक बा बरकत और पाक महीना है जिसके अंदर हम एक महीना रोजा रखने के साथ साथ हम रात में तरावीह की नमाज भी पढ़ते हैं

और तरावीह की नमाज 20 रकात पढ़ी जाती है और हर चार रकात के बाद थोड़ी देर के लिए बैठ हैं और बैठकर यह दुआ पढ़ते हैं

taraweeh ki Dua ki Hakikat

यह जो तरावीह की दुआ है जिनको तस्बीह कहते हैं यह कुरान और हदीस से बिल्कुल इसी तरह साबित नहीं है

बल के कुछ आलिम ने अलग-अलग हदीस के कुछ जुमले को एक जगह जमा करके यह तस्बीह तैयार की है लोगों की आसानी के लिए लेकिन बिल्कुल इसी तरह तस्वीह हदीस और कुरान में कहीं भी नहीं है

taraweeh ki Dua ke alawa aur bhi Dua padh sakte hain ?

तरावीह की दुआ जो चार रकात के बाद पढ़ते हैं इसी दुआ का पढ़ना ला जीम और जरूरी नहीं है

उसके अलावा अगर आपको कोई और तस्बीह याद हो जिसमें अल्लाह की तारीफ हो तो ऐसी तस्बीह भी आप पढ़ सकते हैं

FAQ

तरावीह की दुआ कैसे पढ़ते हैं?

तरावीह की नमाज में हर 4 रकात के बाद इस दुआ को पढ़ ते हैं जो ऊपर बयान हो चुका है

तरावीह के बीच कोई दुआ है क्या?

तरावीह के बीच इस दुआ को पढ़ा जाता है जो अभी हमने ऊपर सीखा है उसके अलावा आप आप सुभानल्लाह अल्हम्दुलिल्लाह अल्लाहु अकबर भी पढ़ सकते हैं

Conclusion

हमने आज इस पोस्ट में तरावीह की दुआ को हिंदी इंग्लिश और अरबी में तर्जुमा के साथ सीखा अगर आपने इस मजमून को अच्छे तरीके से पढ़ा है तो उम्मीद है कि आप इस दुआ को सीख गए होंगे

फिर भी अगर आपके मन में कोई सवाल हो तो आप हमें कमेंट करके पूछ सकते हैं और इस दुआ को आप अपने ना जानने वाले साथियों तक शेयर करें और हमें भी दुआ में याद रखें

और दुआ जानने के लिए इस पोस्ट को भी पढ़ें

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