इस पोस्ट में जानेंगे जोहर की नमाज की रकात (Zohar ki namaz ki rakat) कितनी होती है और जोहर की नमाज कब पड़ी जाती है और जोहर में कितने रकात सुन्नत हैं और कितने रकात फर्ज हर एक चीज को तफसील से जानेंगे
जोहर की नमाज की फजीलत
जोहर की नमाज दोपहर में पढ़ी जाने वाली नमाज है दूसरे नमाजों की तरह इस नमाज की भी बहुत फजीलत है हदीस ए पाक में आता है जनाब करीम सल्लल्लाहु अलेही वसल्लम ने इरशाद फरमाया
अगर लोगों को मालूम हो जाए कि जोहर की नमाज के लिए जल्दी जाने में कितना सवाब है तो उसके लिए लोग एक दूसरे पर सबकत लेजाने की कोशिश करें
और अगर यह जान ले कि सुबह और ईशा की नमाज के कितने फ़्ज़ायिल हैं तो उनके लिए घुटनों के बल घसीटते हुए आए (इस हदीस को बुखारी शरीफ में बयान किया गया है)
जोहर की सुन्नत पढ़ने की फजीलत
नमाज पढ़ने की बहुत ज्यादा सवाब है लेकिन कुछ नमाजे ऐसी होती है जिनके पढ़ने से बहुत ज्यादा नेकी मिलती है उन्हीं में से एक नमाज जोहर की सुन्नत है जोहर की सुन्नत के बारे में हदीस शरीफ़ है
नबी करीम सल्लल्लाहु अलेही वसल्लम ने फ़रमाया जिसने जौहर की चार रकात सुन्नत पढ़ ली गोया उसने तहज्जुद की चार रकात पढ़ी
जोहर की नमाज की रकात (Zohar ki namaz ki rakat)
जोहर की नमाज पांच नमाजों में से सबसे ज्यादा रकात वाली दूसरे नंबर की नमाज है जोहर की नमाज 12 रकत है चार रकात सुन्नत चार रकात फर्ज दो रकात सुन्नत दो रकात नफिल

जोहर की नमाज में पहले कौन सी नमाज पढ़ी जाती है
जोहर की नमाज में सबसे पहले चार रकात सुन्नत पढ़ते हैं फिर 4 रकात फर्ज मर्द हजरात इमाम के साथ अदा करते हैं और फिर दो रकात सुन्नत पढ़ते हैं और फिर दो रकात नफिल
- 4 रकात सुन्नत
- 4 रकात फर्ज
- 2 रकात सुन्नत
- 2 रकात नफील
जोहर की नमाज कब पढ़ी जाती है
जोहर की नमाज दोपहर के वक्त पढ़ी जाती है और जोहर की नमाज पांच नमाजों में से बीचवाली है
जोहर का वक्त कब शुरू होता है और कब खत्म होता है
जोहर का वक्त जवाल से शुरू होता है यानी जब सूरज बीच आसमान में आ जाए और बीच आसमान से पश्चिम की तरफ ढलना शुरू करें तो उस वक्त से जोहर का वक्त शुरू हो जाता है
और जोहर का वक्त हर चीज का साया साया असली के अलावा डबल हो जाए उस वक्त तक जोहर का वक्त रहता है
लेकिन ध्यान देने वाली बात यह है की जवाल होने के 5 मिनट बद जोहर की नमाज़ पढ़े और हर चीज का साया असली के अलावा दो मिसल हो ने से पहले जोहर जोहर की नमाज पढ़ले ये एहतियात की बात है
जोहर की नमाज औरतों कैसे अदा करें
जोहर की नमाज के लिए मर्द हजरात मस्जिद जाए पढ़ने के लिए और फर्ज नमाज जमात के साथ अदा करें ऐसा करने से बहुत सवाब मिलेगा और औरतें अपने घर ही में तन्हा जोहर की नमाज अदा करे इसमें औरतों को बहुत ज्यादा सवाब मिलेगा
मुसाफिर जोहर की नमाज कैसे अदा करें
जो सवा 77 किलो मीटर की दूरी सफर करने का इरादा करे उस के घर की आबादी से निकल ते ही उसके लिए सुन्नत नमाजें माफ हो जाता है और फर्ज नमाज आधा हो जाता है
यानी चार रकात वली फर्ज नमाज दो रकात पड़ेंगे और दो रकात वाली नमाज को दो ही रकात पढ़ेंगे जैसे कि जोहर की फर्ज नमाज 4 रकात है ईशा की चार रकात है और असर की चार रकात है
ऐसी सूरत में आप 4 रकात वाली नमाजों को दो रकात पढ़ें और 2 या तीन रकात वाली नमाज को जितने रकात है उतना ही पढ़ें
बहुत ही अहम बातें
हमने इस पोस्ट में जोहर की नमाज के बारे में पढ़ा और हमने जाना की जोहर की नमाज में कुल कितने रकात हैं कितना रकात सुन्नत है कितना रकात फर्ज है और जोहर की नमाज कब पढ़नी चाहिए
अगर आप सफर कर रहे हैं तो सफर में जोहर की नमाज कितने रकात पढ़ना है इन चीजों को हम ने जाना अगर हम यह सारी बातें जान चुके हैं तो हरी जिम्मेदारी है कि जिन भाई या बहनों को यह चीज मालूम नहीं है
तो उनको ये बातें सिखाए और अगर हम यह बातें नहीं सिखा सकते हैं तो कम से कम उन तक यह पोस्ट जरूर शेयर करें सवाब कि नियत से और खुद नमाज की पाबंद बने और अपने घर वालों को भी बनाएं और दुआ में हमें याद रखें
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